जब सामने वो आजाते हैं
हमारी साँस रुक जाती है |
उनकी एक निगाह हमपे पड़ती है
और हमारी आँखें झुक जाती हैं |
कुछ दिल की बात कहना चाहते हैं
पर हमारी आवाज़ गुम हो जाती है |
वो कहते हैं हमसे कुछ बात
हमारी तो धड़कन ही थम जाती है |
उनको ना देखें तो हम बेचैन हैं
हमारी तबियत बिगड़ जाती है |
दिल का ऐसा हाल है
पर हमें शर्म बहुत आती है |
वो सुचते हैं हम मगरूर हैं
सच्छी में, हमें शर्म बहुत आती है |
हमारी साँस रुक जाती है |
उनकी एक निगाह हमपे पड़ती है
और हमारी आँखें झुक जाती हैं |
कुछ दिल की बात कहना चाहते हैं
पर हमारी आवाज़ गुम हो जाती है |
वो कहते हैं हमसे कुछ बात
हमारी तो धड़कन ही थम जाती है |
उनको ना देखें तो हम बेचैन हैं
हमारी तबियत बिगड़ जाती है |
दिल का ऐसा हाल है
पर हमें शर्म बहुत आती है |
वो सुचते हैं हम मगरूर हैं
सच्छी में, हमें शर्म बहुत आती है |